लोकसभा चुनाव 2019 में काफी कुछ नया देखने को मिलेगा जो इसे काफी खास भी बनाएगा। जिला निर्वाचन अधिकारी व डीएम कौशल राज शर्मा के अनुसार मतदाताओं को इस बार लोकसभा चुनाव में अपना मतदान केंद्र ढूंढ़ने में मेहनत नहीं करनी पड़ेगी और किसी भी तरह की परेशानी से बच जाएंगे क्योंकि निर्वाचन आयोग के निर्देश पर मतदान से पहले बीएलओ (BLO) द्वारा वोटरों के घरों पर पहुंचाई जाने वाली मतदाता पर्ची के पीछे उनके संबंधित मतदान केंद्र का गूगल मैप आपको छपा हुआ मिलेगा, जिससे बिना किसी परेशानी व पूछताछ के मतदाता अपने निर्धारित मतदान केंद्र तक आसानी से पहुंच जाएंगे।
यही नहीं, आगे वह कहते हैं कि पहली बार मतदाताओं को मतदान से पहले मतदान स्थल संबंधी आवश्यक जानकारी देने को चार प्रकार के रंगीन पोस्टर भी विधानसभा क्षेत्रवार छपवा कर चस्पा कराए जाएंगे व साथ ही मतदान केंद्रों के मुख्य प्रवेश द्वार के समीप भी प्रशासन की तरफ से नामित स्वयंसेवी छात्र-छात्रा हेल्प डेस्क पर मौजूद रहेंगे।
पोलिंग सेंटर पर मतदाताओं को मिलेगी यह सुविधाएं –
हेल्प डेस्क पर सहायक जो मौजूद रहेंगे वह पोलिंग सेंटर पर पहुंचने वाले मतदाताओं को उनके पोलिंग बूथों की स्थिति के बारे में पूरी जानकारी देंगे और साथ ही अन्य किसी तरह की परेशानी होने पर भी सहायता करेंगे। वहीं, जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में बड़े पैमाने पर पात्रता के बाद भी मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने से छूटे लोगों का नाम सूची में दर्ज कराकर वोटर बनाने का कार्यक्रम चल रहा है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 8 अप्रैल तक मतदाता सूची में नाम दर्ज कराने को फॉर्म-6 भरकर जमा कराने का मौका सभी जरूरतमंदों के पास रहेगा। प्रशासन ने मतदान दिवस पर परेशानी से बचाने को पहली बार बीएलओ स्तर से मतदाताओं के घरों में पीली पर्ची वितरित कराने का कार्य बखूबी कराया है – इसमें वोटर का नाम, पोलिंग बूथ संख्या आदि का विवरण पहले से जानना आसान हुआ है।
पार्टियों का मूवमेंट फोटोयुक्त मेसेजिंग से होगा अपडेट –
मतदान ड्यूटी में तैनात रहने वाले पोलिंग पार्टियों के मूवमेंट को फूलप्रूफ बनाने के लिए पहली बार फोटोयुक्त मेसेजिंग से अपडेट किया जाना है, जिसके तहत स्मृति उपवन स्थित रवानगी स्थल से मतदान दिवस से एक दिन पहले चिह्नित मतदान केंद्रों पर रवाना होने वाली चुनाव टोलियों के हर पीठासीन अधिकारी को पोलिंग पार्टी की रवानगी से लेकर ईवीएम जमा कराने तक के हर मूवमेंट की फोटोयुक्त मेसेजिंग से जानकारी देना बहुत अनिवार्य होगा।
बताते चलें कि चुनाव ड्यूटी में नामित सभी पीठासीन अधिकारियों के मोबाइल नंबरों का रजिस्ट्रेशन विशेष तौर पर डीईओ पोर्टल पर रहेगा, जिसके माध्यम से व्हाट्सएप पर पोलिंग ड्यूटी ग्रुप बना कर सभी पीठासीन अधिकारियों को इससे जोड़ा जाएगा।